[Reader-list] MARUTI SUZUKI WORKERS UNION PRESS RELEASE

Asit Das asit1917 at gmail.com
Fri Jan 17 23:58:02 CST 2014


*MARUTI SUZUKI WORKERS UNION*

*(Registration No. 1923)*

*IMT Manesar, Gurgaon*

*Ref.No…**IN17/1/2014
                **Date**...**17/1/2014*



*प्रेस विज्ञप्ति*

*जनजागरण यात्रा का तिसरा दिन*
* ‘**जुल्मी कब तक जुल्म करेगा शोषण़ के हथियारों से**, **हम भी उसको ध्वस्त
करेंगे एकताबद्ध कतारों से।**’*

कैथल (हरियाणा)। अन्याय के विरुद्ध मारुति सुजुकी वकर्स यूनियन की कल कैथल
जिला सचिवालय हरियाणा के सामने से शुरू हुआ ‘जनजागरण यात्रा’ आज 17 जनवरी को
किठाना से शुरू करते हुए सामदो और नागूरा गाँव समेत कैथल जिले के समस्त गांवों
में अपना बात रखते हुए गयी। किठाना में सरकार के नुमाइंदो ने काफी प्रयास किया
की इस गाँव में पेदल जत्थे को कही रुकने ना दिया जाए। लेकिन सरकारी दबाबो के
वाबजूद गाँव के लोगो ने जोश के साथ जत्थे का स्वागत किया तथा उनके रुकने, रहने
खाने का इन्तेजाम किया। किठाना में तीन नुक्कड़ सभाए की गयी।  मारुति मजदूरों
के हल की दास्तान सुनने के बाद गाँव के लोगो का सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ा है
तथा लोग ये चर्चा करने लगे की सरकार एक जापानी कंपनी की दलाली में यहाँ तक उतर
आई है की वे जेल में बंद 148 मजदूरों की ज़मानत तक नहीं होने दे रही है। जत्थे
का ही असर यह है की सरकार तथा उसके नुमाइंदे गाँव गाँव पहुचकर जत्थे के रह में
अवरोध पैदा कर रहे है जिसके चलते हमारा समर्थन दोगुना होता जा रहा है। ‘हमारे
साथियों को रिहा करो’ नारे के साथ प्रारम्भ हुई इस पदयात्रा की गूँज कैथल से
दिल्ली तक 16 दिनो में हर गाँव-शहर-गली-मोहोल्ले में पहुचेगी।



सुबह किठाना से शुरू होकर, आज दोपहर हमारी पदयात्रा सामदो पहुची, जहा के
वासियों ने हमे अपना समर्थन, स्नेह और साथ में लड़ने का वादे के साथ हमारे
होसले को बुलंद किया। यहाँ दिन में स्थानीय लोगो के लड़ने के उत्साह के बीच एक
सभा आयोजित किया गया। स्थानीय लोगो ने बोला की यह लड़ाई केवल मजदूरों की नहीं
है, बल्कि अब यह लड़ाई हरियाणा की अस्मिता की भी लड़ाई बन चुकी है। क्योकि जुलाई
2012 के बाद फेक्टरियों ने हरियाणा के नौजवानों को काम पर रखना बंद कर दिया
है। मारुति सुजुकी वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधि रामनिवास ने बताया कि पदयात्रा
के द्वारा हम न्याय पाने के अपने संकल्प को आम जनता तक ले जा रहे हैं।
उन्होंने और सभा के अन्य वक्ताओं, जिनमे जनसंघर्ष मंच हरियाणा, इंकलाबी मज़दूर
केन्द्र, क्रान्तिकारी नौजवान सभा, समतामूलक महिला संगठन, सहित तमाम जन संगठन
शामिल रहे, ने दोहराया की यह सभी मजदूर और किसानो की संयुक्त लड़ाई है, और
हरियाणा सरकार के अन्यायपूर्ण नीतियों के खिलाफ ये जारी रहेगा। इस दौरान
मज़दूरों ने ऐलान किया कि ‘जुल्मी कब तक जुल्म करेगा शोषण़ के हथियारों से, हम
भी उसको ध्वस्त करेंगे एकताबद्ध कतारों से।’

 वक्ताओं ने कहा कि एक तरफ तो तमाम अपराधी तो सत्ता में बैठे हुए हैं, लेकिन
बेगुनाह 148 मज़दूर 18 महीने से जेल में बन्द हैं। गैरकानूनी कृत्यों में
लिप्त प्रबन्धन तो ऐश कर रहा है और ढाई-तीन हजार मारुति के मज़दूर बेरोजगार
भटक रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि पिछले 18 माह के दौरान यह बात साफ तौर पर
देखने में आई कि कैसे जापानी मालिकों की सेवा में लगी सरकार और उसकी
पुलिस-प्रशासन-श्रम विभाग सारे कानूनो को ताक पर रख कर निर्लज्ज रूप से काम कर
रही है। 18 जुलाई 2012 की दुखद घटना के वास्तविक दोषी मारुती प्रबन्धन बेगुनाह
बैठा है और बेगुनाहगार मज़दूर सजाएं भुगत रहे हैं, दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।

 आज जत्था शामदो होकर नागुरा में रात को रुकेगी। मारुति सुजुकी वर्कर्स यूनियन
ने विस्त्रृत कार्यक्रम घोषित करते हुए कहा कि 17 को शमदो व नागुरा, 18 को
कंडेला व जींद, 19 को बिषानपुरा व गतौली, 20 को जुलाना व जफरगढ़ 21 को लाखन
माजरा व भगवतीपुर, 22 को टिटोली व रोहतक, 23 को दिघल (झज्जर), 24 को चमनपुर व
गुड्डा, 25 को झज्जर व दादरी, 26 को दादरी से फारूख नगर, 27 को गढ़ी, 28 को
गुडगाँव, 29 को महिपालपुर होते हुए 30 को दिल्ली और 31 जनवरी को दिल्ली जन्तर
मन्तर पर व्यापक कार्यक्रम होगा। इस अभियान में मारुति श्रमिकों के
परिजनों, शुभचिन्तको
के साथ कई जनसंगठनों, यूनियनों का बढता समर्थन से पदयात्रा का दूसरा दिन चला।


*प्रोविसोनल वर्किंग कमेटी*

*मारुति सुजुकी वर्कर्स यूनियन*
5 Attachments
<https://mail.google.com/mail/?ui=2&ik=ff00117998&view=att&th=1439f6c9d09dc889&attid=0.1&disp=safe&realattid=f_hqj6w1yp2&zw>
<https://mail.google.com/mail/?ui=2&ik=ff00117998&view=att&th=1439f6c9d09dc889&attid=0.2&disp=safe&realattid=f_hqj6w20v4&zw>
<https://mail.google.com/mail/?ui=2&ik=ff00117998&view=att&th=1439f6c9d09dc889&attid=0.3&disp=safe&realattid=f_hqj7g0054&zw>
<https://mail.google.com/mail/?ui=2&ik=ff00117998&view=att&th=1439f6c9d09dc889&attid=0.4&disp=safe&realattid=f_hqj6v1301&zw>
<https://mail.google.com/mail/?ui=2&ik=ff00117998&view=att&th=1439f6c9d09dc889&attid=0.5&disp=safe&realattid=f_hqj7qlcm5&zw>


More information about the reader-list mailing list